घी में होती है जहरीली मिलावट, हो सकता है जानलेवा, Dr. के 5 तरीकों से करें असली घी की जांच

 

आजकल बाजार में नकली और मिलावटी घी आसानी से मिल रहा है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसमें सस्ता तेल, वनस्पति घी या स्टार्च की मिलावट पेट की समस्याएं, शुगर बढ़ने और पोषण की कमी का कारण बन सकती है।

fake ghee test at home

भारत में लगभग हर खाने-पीने की चीज में मिलावट की जाती है। खाने में किसी भी तरह की मिलावट सेहत के लिए खतरनाक होती है। आप जो घी खा रहे हैं उसमें भी कई खतरनाक चीजों की मिलावट होती है। आजकल बाजार में नकली और मिलावटी घी तेजी से मिल रहा है इसलिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आपके घर में इस्तेमाल होने वाला घी असली है या नकली।


कई लोग ब्रांडेड डिब्बों पर भरोसा करते हैं, लेकिन कभी-कभी उसी में भी मिलावट हो सकती है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब कारोबारी असली ब्रांडेड डिब्बों में नकली घी बेचते पकड़े गए हैं। मिलावटी घी में सस्ता तेल, वनस्पति घी या स्टार्च मिलाया जा सकता है, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

डॉ. देविन्द्र सेहरा शो के अनुसार (ref.), नकली घी खाने से पेट संबंधी प्रॉब्लम, ब्लड शुगर बढ़ना और पोषण की कमी जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इतना ही नहीं लगातार नकली घी खाने से मौत का जोखिम भी बढ़ जाता है। डॉक्टर आपको कुछ आसान और घर पर करने योग्य तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप घी की शुद्धता जांच सकते हैं।

खाने वाले तेल की मिलावट

खाने वाले तेल की मिलावट

कई बार देसी घी में सस्ते एडिबल ऑयल मिला दिए जाते हैं। साधारण तेल से तुरंत नुकसान नहीं होता लेकिन यह असली घी नहीं रहता। सबसे खतरनाक मिलावट आर्गेमोन ऑयल की होती है, जिसे सरसों के तेल में मिलाया जाता है। इससे एपिडेमिक ड्रॉप्सी जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है।

वनस्पति घी की मिलावट

वनस्पति घी की मिलावट

वनस्पति घी सस्ता होता है और उसकी बनावट घी जैसी दिखाई देती है। लेकिन यह सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। असली देसी घी के जो फायदे होते हैं, वे वनस्पति घी में बिल्कुल नहीं मिलते।

स्टार्च की मिलावट

स्टार्च की मिलावट

कई लोग आलू या अन्य स्टार्च वाली चीज़ों को प्रोसेस करके घी में मिला देते हैं, जिससे घी दानेदार दिखने लगता है। ज्यादा स्टार्च पचने में समय लेता है, जिससे पेट भारी लगना, गैस, पेट फूलना और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मिलावटी घी या खाने में स्टार्च मिलाने से पोषण कम हो जाता है, यानी शरीर को असली फायदे नहीं मिलते।

हाथ पर घी पिघलने वाला टेस्ट

हाथ पर घी पिघलने वाला टेस्ट

अपनी हथेली पर थोड़ा-सा घी लें। असली घी आपके शरीर की गर्मी से तुरंत पिघलने लगता है, जबकि मिलावटी घी जल्दी नहीं पिघलता और गाढ़ा बना रहता है।
खुशबू टेस्ट करें-घी को हथेली पर मलकर 5 मिनट बाद सूंघें। असली घी की खुशबू बनी रहती है लेकिन ऑयल मिले घी में महक जल्दी खत्म हो जाती है। अगर हाथ में सिर्फ ऑयलीपन रह जाए, तो समझिए घी में तेल मिलाया गया है।

घी को गर्म करके पहचानना

घी को गर्म करके पहचानना

एक पैन गर्म करें और उसमें थोड़ा घी डालें। असली घी जल्दी पिघल जाता है और ब्राउनिश रंग ले लेता है। यदि घी पिघलने में देर करे, या सफेद या पीला बना रहे, तो इसमें मिलावट की संभावना है।

घी की जांच के अन्य तरीका

घी की जांच के अन्य तरीका

थोड़ा घी फ्रिज के निचले हिस्से में 30 मिनट के लिए रखें। यदि नीचे घी जम जाए और ऊपर तेल की पतली परत दिखाई दे, तो घी में तेल मिलाया गया है। एक अन्य तरीका यह है कि घी में कुछ बूंदें आयोडीन या बीटाडीन डालें। अगर मिश्रण नीला हो जाए, तो घी में स्टार्च मिला है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Comments