एचबीए1सी एक महत्वपूर्ण टेस्ट है, जो आपके पिछले 2 से 3 महीने के ब्लड शुगर की औसत बताता है। लेकिन अगर इसकी वैल्यू 6 से ज्यादा है तो आपको 5 टेस्ट करवा लेने चाहिए। यह पूरे शरीर को हेल्दी रखने और खतरनाक बीमारी से बचाने में मदद कर सकते हैं। इनके बारे में किडनी स्पेशियलिस्ट डॉक्टर ने जानकारी दी है।

किडनी स्पेशियलिस्ट डॉक्टर अर्जुन सभरवाल का कहना है कि डायबिटीज से रातोंरात शरीर खराब नहीं होता। पहले यह दूसरी बीमारियों को धीरे-धीरे विकसित करने में मदद करती है। इसलिए वक्त पर सही जांच करके आप इसके खतरनाक परिणामों से बच सकते हैं। इन 5 हेल्थ चेकअप को आप साल में एक बार करवा सकते हैं। आइए शरीर का हाल बताने वाले इन 5 टेस्ट के बारे में जानते हैं।
किडनी टेस्ट
किडनी का हाल जांचते रहने के लिए साल में एक बार यूरीन एसीआर (एल्बुमिन-क्रिएटिनाइन रेशो) करवाना चाहिए। यह किडनी डैमेज को शुरुआत में ही पकड़ लेता है। इसकी की नॉर्मल वैल्यू 30 mg/g से कम होनी चाहिए। अगर यह 30 से 300 के बीच है तो डायबिटीज से किडनी रोग होने की शुरुआत हो जाती है और 300 से ज्यादा होने पर किडनी को तुरंत इलाज की जरूरत होती है।
आई टेस्ट
डायबिटिक पेशेंट्स को आई टेस्ट भी करवाना चाहिए। इसके लिए डाइलेटेड फंडस एग्जामिनेशन करवाना चाहिए। यह मधुमेह के कारण होने वाली आई डैमेज को पकड़ सकता है और आपकी नजर फिर से तेज रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं। देर से पता लगने पर नजर का धुंधलापन कम नहीं किया जा सकता है।
डायबिटिक पेशेंट्स के लिए 5 टेस्ट
ब्लड प्रेशर
यह टेस्ट भी साल में करवाते रहना चाहिए, क्योंकि यह डायबिटीज के गंभीर परिणामों को और खतरनाक बना सकता है। ब्लड प्रेशर ज्यादा होने से आपकी किडनी जल्दी खराब हो सकती है, प्रोटीन लीक बढ़ सकता है और दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है।
नर्व डैमेज चेक
हाई ब्लड शुगर रहने से नसों की हेल्थ खराब होती है। इन्हें बचाने के लिए विटामिन बी12 की जांच करवाएं। क्योंकि विटामिन बी12 कम होने से नसों में सुन्नपन, तलवों में जलन और शरीर का बैलेंस खराब हो सकता है। ध्यान रखें कि डायबिटीज से नसें कमजोर हो जाती हैं, इसलिए इन्हें विटामिन बी12 की कमी से बचाना जरूरी है।
हार्ट का खतरा बताने वाला टेस्ट
डायबिटीज खुद दिल की बीमारी का खतरा बढ़ाती है। इसलिए अपने दिल को दूसरे खतरों से जरूर बचाएं। इसके लिए आपक लिपिड प्रोफाइल की जांच करवा सकते हैं। इसमें आपका एलडीएल 70 mg/dL से कम आना चाहिए। ज्यादा होने पर अपने डॉक्टर से बात जरूर करें।
डिस्क्लेमर: लेख में दिए गए नुस्खे की जानकारी व दावे पूरी तरह से इंस्टाग्राम पर प्रकाशित रील पर आधारित हैं
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