घर के बगीचे या बालकनी में लगे पौधों की खूबसूरती तब फीकी पड़ जाती है, जब उन पर जिद्दी कीड़ों का हमला होता है। बाजार में मिलने वाले महंगे और जहरीले कीटनाशक न केवल जेब पर भारी पड़ते हैं। हालांकि गार्डनिंग एक्सपर्ट ने मात्र 5 रुपये के खर्च में जैविक कीटनाशक तैयार करने का तरीका बताया है, जो पौधों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करेगा।

नीम तेल, बेकिंग सोडा और हैंडवॉश से तैयार सुरक्षा कवच न केवल कीड़ों को जड़ से खत्म करता है, बल्कि पौधों को फंगस और बीमारियों से भी बचाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि यह पूरी तरह रासायनिक मुक्त है, जिससे पर्यावरण और सहायक तितलियों को कोई खतरा नहीं होता। यह एक दो नहीं बल्कि कई कीड़ों को खत्म कर देगा, जिनमें सफेद मिलीबग भी शामिल हैं।
किन कीड़ों पर होगा असर?
गार्डनिंग एक्सपर्ट का बताया गया घरेलू घोल इतना शक्तिशाली है कि लगभग हर उस कीड़े को खत्म कर देता है जो आपके पौधों को अंदर ही अंदर खोखला करते हैं।
- एफिड्स और मिलीबग: जो पत्तियों का रस चूसते हैं।
- थ्रिप्स और माइट्स- जिनसे पत्तियां मुड़ने लगती हैं।
- वाइट फ्लाइज- सफेद मक्खी जो तेजी से संक्रमण फैलाती हैं।
- कैटरपिलर- जो रातों-रात पत्तियां चट कर जाते हैं।
- ब्लैक फंगस, लीफ रस्ट और लीफ माइनर- जो पत्तियों पर धब्बे और लकीरें बना देते हैं।
जरूरी सामग्री और घोल तैयार करना
इस मैजिक स्प्रे को बनाने के लिए ऐसी चीजों की जरूरत है जो रसोई या पास की दुकान पर आसानी से मिल जाएंगी। आपको 1 लीटर पानी, 1 ढक्कन शुद्ध नीम तेल, 2 चम्मच बेकिंग सोडा और 10 बूंदें ऑर्गेनिक हैंडवॉश की जरूरत होगी। घोल बनाने के लिए एक बोतल में एक लीटर पानी लें।
अब नीम ऑयल की बोतल को अच्छी तरह हिला लें, फिर एक ढक्कन तेल पानी में डालें। इसके बाद बेकिंग सोडा मिलाएं, ध्यान रहे बेकिंग पाउडर का इस्तेमाल नहीं करना है। और, आखिरी में हैंडवॉश की बूंदें डालें।
मिश्रण को मिलाने का सही तरीका
नीम का तेल पानी में आसानी से नहीं घुलता, इसलिए हैंडवॉश का इस्तेमाल किया जाता है ताकि तेल और पानी एकसार हो जाएं। स्प्रे पंप वाली बोतल को बंद करने के बाद कम से कम एक मिनट तक जोर-जोर से हिलाएं। जब तक पानी का रंग दूधिया न हो जाए, तब तक मिलाते रहें। अच्छी तरह मिक्स होने पर ही घोल कीड़ों के शरीर पर चिपक पाएगा और उन्हें खत्म करेगा।
इस्तेमाल करने का तरीका
स्प्रे करने का मतलब सिर्फ हल्का छिड़काव नहीं है। गार्डनिंग एक्सपर्ट के अनुसार, पूरे पौधे को इस घोल से अच्छी तरह नहला देना है। पत्तियों के ऊपरी हिस्से के साथ-साथ उनके निचले हिस्से पर भी स्प्रे करें, क्योंकि ज्यादातर कीड़े और उनके अंडे पत्तियों के पीछे ही छिपे होते हैं। तने और टहनियों के जोड़ों पर भी विशेष ध्यान दें जहां मिलीबग अपना घर बनाते हैं।
कीड़ों को सफाया करने के लिए नुस्खा
छिड़काव का समय
गार्डनिंग में धैर्य और सही समय बहुत जरूरी है। एक बार स्प्रे करने के बाद कम से कम 10 दिन का गैप रखें। अगर कीड़ों का हमला बहुत ज्यादा है, तो आप हर 5-6 दिन में छिड़काव दोहरा सकते हैं। स्प्रे हमेशा शाम के वक्त या सुबह जल्दी करें। तेज धूप में स्प्रे करने से पत्तियों के जलने का डर रहता है।
पर्यावरण और तितलियों के लिए सुरक्षित
इस घरेलू नुस्खे की सबसे बड़ी खूबी है कि मित्र कीड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता है। यानी कि तितलियों, मधुमक्खियों और केंचुओं जैसे लाभकारी जीवों के लिए सुरक्षित है, जबकि पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले शत्रुओं का सफाया कर देता है। पूरी तरह से ऑर्गेनिक है, इसलिए इसे सब्जियों और फलों के पौधों पर भी बेझिझक इस्तेमाल कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में किए गए दावे यूट्यूब वीडियो और इंटरनेट पर मिली जानकारी पर आधारित हैं।
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